क्षिप्रं हि मानुषे लोकेसिद्धिर्भवति कर्मजा।।4.12।।
सिद्धिर्भवति कर्मजा~अभ्यास से ही सफ़लता प्राप्त होती है
सिद्धिर्भवति कर्मजा
Reviewed by अभिषेक त्रिपाठी (अयोध्या)
on
जुलाई 16, 2022
Rating: 5
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